वैसे तो भारतीय संस्कृति और ग्रीक संस्कृति के बिच समानताये की कोई कमी नहीं है परन्तु आज हम कुछ समानताओं का वर्णन करेंगे। भारतीय लोग देवी देवताओ को बहुत मानते है। वैसे ही ग्रीक के लोग भी देवी देवताओ में काफी विश्वाश रखते ह। भारतीय देवी देवताओ और ग्रीक के देवी देवताओ में काफी समानता है।ऋग्वेद के अनुसार दुनिया सबसे पुराण युद्ध हुआ था भारत देश में जिसमे की भारत के राजा सुदास ने १० कबीलो का पतन किया था।  उस युद्ध के बाद उन १० कबीलो को भारतीय उपमहाद्वीप से हटा दिया गया था। उनमे से एक कबीले था अलीना जिसे  वेस्ट की तरफ स्थानांतरित कर दिया गया था और उन्होंने एक देश बनाया जिसका नाम है हेलास   जो आज का आधुनिक ग्रीस है। इस तर्क के अनुसार भारतीय और ग्रीक बहुत सामान्य जड़ें साझा करती है।  

 भारतीय संस्कृति और ग्रीक संस्कृति के  5 बिच समानताये 

1 आकाशवाणी

कंश को बहुत क्रूर राजा मन जाता था एक भविष्वाणी के अनुसार कंश की बहिन देवकी की आठवीं संतान ही कंश का वध करेगा।  कंश इस बात से इतना दर गए की उन्होंने अपनी बहिन देवकी और उसको पति वशुदेव को बंदी बना लिया और उनको सात बच्चो की हत्या क्र दी।  लेकिन ऐसा कहते है न विधि के विधान को कोई नहीं ताल सकता। उस भविष्य वाणी के अनुसार देवकी की आठवीं संतान ने कंश की हत्या की जिसे हम कृष्ण के नाम से जानते है। भारत में ये कहानी बहुत प्रचलित है।

भारतीय संस्कृति और ग्रीक संस्कृति के बिच समानताये
 कृष्ण  ज़ीउस 


यैसी एक कहानी ग्रीस में भी है। टाइटन के नेता क्रोनस को भी ऐसी ही भविष्य वाणी मिली थी की उनके अंत का कारन उनका पुत्र ही होगा। और ऐसा होने से बचाने के लिए क्रोनस ने अपने ही बच्चे को निगलने लगे जैसे ही उनका जनम होता था। लेकिन उनकी वाइफ रिहा एक माँ होने के नाते इस चीज़ को बर्दास्त नहीं कर पायी और उन्हों चाल चला उनको बच्चे के बदले एक पत्थर खाने को दे दिया।  ऐसा करके रिहा ने अपने बच्चे ज़ीउस को अपने ही पिता से बचा लिया।  आगे जेक उसी जेउस ने क्रोनस को मार कर पुर टाइटन को हराया।

2 देवी उषा और देवी बोस 

वैदिक समय के एक बहुत ही प्रमुख देवी  थी देवी उषा और उषा का मतलब होता है भो।  रिगवेद के 40 भजन देवी उषा का वरणन करते है जिनमे उन्हें युवा दीप्तिमान देवी की तरह वरणन किया गया है जो स्वर्ण रथ पर सवार होकर सारे आकाश में भ्रमण करती  है। और अपने साथ रौशनी को  लेकर अँधेरे और बुराई की ऊर्जा को पूरी दुनिया से हटती है।  

भारतीय संस्कृति और ग्रीक संस्कृति के बिच समानताये
देवी उषा और देवी बोस 


ठीक इसी तरह ग्रीक संस्कृति में सवेरे को देवी eos द्वारा प्रस्तुत किया जाता है।  जैसे देवी उषा का  ऋग्वेद में वरणन किया गया है वैसे ओर्फिक भजन  में eos ka   वरणन है की वो भी आसमान में एक रथ पर विहार करती है  और अपने भाई सूर्यदेव हेलियोस को आगमन को चिन्हित करती  है। इन दोनों देवियो के नाम का अर्थ और अपने अपने  संस्कृति काफी हद तक सामान है। 

3 तूफान के देवता ज़ीउस और इंद्रदेव 

देव ज़ीउस और देव इंद्रा में बहुत सी समानताये है पहली  की उन्हें देवताओ का राजा मन जाता है। ऐसा दर्शाया गया है की दोनों ही भगवन के उनके पिता के साथ सम्बन्ध अच्छे नहीं थे।  जैसे ग्रीक गॉड ज़ीउस अपने पिता क्रोनस को हरा क्र राजा बने थे वैसे ही देव इंद्रा अपने पिता त्वष्टा से जितने के बाद सभी देवताओ के राजा बने थे। देव ज़ीउस और इंद्रा का हथियार भी काफी  एक जैसे था दोने के थंडरबोल्ट और वज्रा उनका मुख्या हतियार था।

 दोनों ही अपना रूप बदल सकते थे। 

भारतीय संस्कृति और ग्रीक संस्कृति के बिच समानताये
इंद्रदेव 


ज़ीउस के दो भाई थे हदीस एंड पोसिडों  इसी तरह इंद्री के भी  दो भाई है अग्नि और वायु। 

जहा ये मन जाता ज़ीउस माउंट ओलम्पस में रहते थे वही इंद्रदेव माउंट मेरु। 

ज़ीउस एम्ब्रोसिए के सेवन करते थे जो उन्हें अमर बना है जो मीलता जुलता है इंद्रा के अमृत सेवन से। 

4 हदीस और यमा 

यमा का मतलब यमराज  जिन्हे हम नरक के रजा के रूप में मानते है। हिन्दू की मने तो ये सूर्य देव और विश्वकर्मा की बेटी संजना के पुत्र थे। वेदो के अनुसार यमराज पहले जिव थे जिनकी मृत्यु हुई और उन्हें मृत्यु का देवता बनाया गया। वेदो के अनुसार चित्रगुप्त हमेशा उनके साथ रहते है और लोगो के कर्मो का हिसाब किताब रखते है।  ऐसेही ग्रीक के देव हदीस उन्हें भी मृत्यु का देवता कहा जाता है। यमराज के पास दो कुत्ते थे जो उनकी सहायता करते थे शरवरा और स्यामा ठीक उसी तरह ज़ीउस के बहुसीर वाला कुत्ता था सर्बरस था जो उनकी सुरक्षा करता था। 

भारतीय संस्कृति और ग्रीक संस्कृति के बिच समानताये
हदीस और यमा 


रोमन ने जब ग्रीक को जीते उन्हों उनका संस्कृति को अपना लिया था। हदीस को रोमन प्लूटो के नाम से जानते थे प्लूटो हमारे सर्वेमंडल से विलुप्त हो चूका है। जिसे हिंदी में हम यमा ग्रह कहते है। 

5 कृतिका और प्लियाडेस 

महाभारत के अनुसार सप्तऋषि सात बहनो जिसे  कृतिका कहा जाता था उनसे विवाह किया था सप्तऋषि ने 7 में 6 कृतिका को छोड़ दिया ये कहकर की उनको प्रति  वफादार नहीं है। बिग डिपर नक्षत्र के दौरान  हमें उनमे से 1 तारा दीखता है alcor जिसे अरुंधति कहा जाता है जो अपने पति ऋषि वशिस्ठ  के प्रति सबसे जयादा वफादार थी। बाकि की 6 कृतिका हमे दूसरे नक्षत्र में दीखते है नाम कृतिका नक्षत्र। 

भारतीय संस्कृति और ग्रीक संस्कृति के बिच समानताये
कृतिका और प्लियाडेस 


ग्रीक संस्कृति में भी प्लेइडेस बहनो से जुडी एक ऐसी ही कहानी है। ओरियन इन सात बहनो  से प्यार हो  गया और उनका दिल जितने के लिए पीछा किया। ज़ीउस ने उन्हें ओरियन से बचाने  के लिए डव में बदल दिया। तब वो दूर उड़ कर आसमान में बस गयी एक नक्षत्र के रूप में जिसे प्लेइडेस कहा गया।