राजकुमारी सुरीरत्ना अयुता किंगडम से  थी। कोरियन लोगो का ये मानना है कीअयुता किंगडम अयोध्या   में है क्युकी दोनों नमो में काफी समानताये है। परन्तु हमारे इतिहास की मने तो सुरीरत्ना प्राचीन तमिलकम जो अभी तमिल नाडु के नाम से जाना जाता है वहाँ रहती थी।  


राजकुमारी सुरीरत्ना  पद्मसेन और रानी इंदुमती की बेटी थी। वह काफी होसियार और सुन्दर राजकुमारी थी। ऐसा कहा जाता है की जब वो 16 साल की हुई तो राजा पद्मसेन के सपने में भगवन आये थे और उन्होंने ये कहा था राजा से उन्हें अपनी बेटी का विवाह किंग सुरो से करना है। 

राज कुमारी सुरीरत्ना  भारतीय राजकुमारी जिन्होंने कोरियाई राजा से शादी की
राज कुमारी सुरीरत्ना 


इसके बाद रानी सुरीरत्ना को सफर में जितनी चीज़ो की अवसक्ता थी उनकी वेयवस्ता की गयी , और कुछ दास -दसियो को सुरीरत्ना के साथ भेजा गया। राजा ने अपने कुछ भरोसेमंद आदमियों को रानी सुरीरत्ना के साथ भेजा था। 

दूसरी टैररफ किंग सुरु के लिए उनकी दुल्हन ढूंढी जा रही थी। किंग सुरो के माता पिता ने  आस पास के किंगडम से राजकुमारी को किंग के रिश्ते के लिए बुलाया पर उन्हें कोई पसंद नहीं आयी। 

किंग ने अपने भरोसेमंद आदिमियो को इकठा किया और उन्हें समुन्द्र के किनारे जाने को कहा। किंग के आदमियों ने वहाँ बहुत दिन इंतज़ार किया की कोई तो आये। और इधर रानी सुरमति को 2 महीने लग गए गया आने में ।   जहाज़ वहाँ पहुंच गया तो रानी के आदमियों ने वह टेंट बांध दिए और अपना झंडा भी लहराया । 

 किंग सुरीरत्ना के आदमी ने ये देखा तो उन्होंने सूरी रत्न को किंगडम आने के लिए कहा। जब राजकुमारी किंगडम पहुंची तो वो किंग सुरो से मिली  और उन्हें यहाँ आने के पीछे की वजह बताई।  तो किंग सुरो ने उनसे विवाह क्र लिया क्युकी उन्हें भी पहले से इसका अंदेशा हो गया था की कोई आने वाला है। वहाँ  के लोग राजकुमारी सुरीरत्ना को हेओ हवाना-ओके  के नाम से जानने लगे | इस प्रकार किंग सुरो एक कोरियाई प्रिंस और रानी सुरमति भारत की राजकुमारी का विवाह हुआ।